मेंडल के नीयम
1. प्रभाविता का नीयम :
जब प्रभावी लक्षण का जीन , अप्रभावी लक्षण का जीन दोनों एक साथ उपस्थित होते है तो उसमे से प्रभावी लक्षण वाला जीन ही अपने लक्षणों को प्रदर्शित करता है |
Ex .
2. युग्मको की शुद्धता या प्रथक्करण का नीयम :
जीन जोड़ी के कारक, युग्मको के निर्माण के समय अलग अलग प्रथक हो जाते है इसे ही पृथक्करण का नियम कहते है |
Ex .
3. स्वतन्त्र अपव्यहून का नीयम :
जब दो लक्षणों को लेकर एक साथ क्रोस कराया जाता है तब युग्मक बनते समय दोनों लक्षणों के जीन अलग अलग स्वतन्त्र रूप से प्रथक होते है और स्वतंत्र रूप से अपना लक्षण प्रदर्शित करते है |
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